हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , गाज़ा में इजरायली सेना के पूर्व कमांडर नमरोद आलोनी ने कड़ी आलोचना करते हुए सेना को गैर पारदर्शी और गैर जिम्मेदार बताया।उन्होंने संकेत दिया कि इजरायली सेना अब अपनी गलतियों की जिम्मेदारी स्वीकार करने में असमर्थ हो गई है।
उन्होंने जोर दिया कि आज मैं अपनी सैन्य सेवा समाप्त कर रहा हूँ ऐसे समय जब जिम्मेदारी को नजरअंदाज किया जा चुका है और सेना अपनी हार को स्वीकार करने की क्षमता खो चुकी है।
जनरल आगे कहता हैं कि इजरायल 7 अक्टूबर से पहले हमास की सोच, इरादे और नीयत को समझने में विफल रहा है।
इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि 7 अक्टूबर को हुई घटनाओं ने स्पष्ट कर दिया कि इजरायल की खुफिया और सैन्य तैयारी में गंभीर कमियां थीं। उन्होंने कहा कि अगर हमास की मंशा और रणनीति को बेहतर तरीके से समझा जाता, तो शायद उस दिन की तबाही को रोका जा सकता था।
उनका मानना है कि सैनिक और कमांडर दोनों को अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और खुले दिल से अपनी कमजोरियों को स्वीकार करना चाहिए, ताकि भविष्य में बेहतर तैयारियां की जा सकें।
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